


संसद का मॉनसून सत्र चल रहा है। इसी बीच बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया जब सत्र की शुरुआत के पहले ही दिन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अभी उनका कार्यकाल 2027 तक था। धनखड़ के अचानक इस्तीफा देते ही सरकार अगली रणनीति में जुट गई। दूसरी ओर नए उपराष्ट्रपति को लेकर चुनाव की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। इस बीच सबसे अहम ये रहा कि केंद्र की सत्ताधारी बीजेपी की संसद के उच्च सदन में ताकत बढ़ गई है।
तीन मनोनीत सांसदों ने थामा बीजेपी का दामन
राज्यसभा में राष्ट्रपति ने पिछले दिनों 4 सांसदों को मनोनीत किया। इनमें तीन मनोनीत सांसद बीजेपी में शामिल हो गए। इससे पार्टी की राज्यसभा में ताकत बढ़ गई है। संसद के उच्च सदन में बीजेपी का आंकड़ा अब 102 पहुंच गया है। यहउपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले हुआ है। उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला और सी. सदानंदन मास्टर जैसे मनोनीत सांसद बीजेपी में शामिल हुए हैं।
राज्यसभा में 100 के पार हुआ बीजेपी का आंकड़ा
तीन मनोनीत सांसदों के आने से राज्यसभा में बीजेपी की स्थिति और मजबूत हो गई है। राज्यसभा में पार्टी ने सेंचुरी लगा दी है, उसके अब यहां 102 सदस्य हो गए हैं। अप्रैल 2022 के बाद पहली बार बीजेपी ने 100 का आंकड़ा पार किया है। उपराष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले सियासी घटनाक्रम हुआ है।
अभी क्या है राज्यसभा में समीकरण
राज्यसभा में कुल 250 सदस्य हो सकते हैं। इनमें 12 सदस्य राष्ट्रपति की ओर से मनोनीत किए जाते हैं। अभी राज्यसभा में 245 सदस्य हैं। 12 मनोनीत सदस्यों में से अब पांच बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। फिलहाल राज्यसभा में जिस तरह से बीजेपी की ताकत बढ़ी हैं, ऐसा कहा जा सकता है कि इससे पार्टी की दावेदारी उपराष्ट्रपति चुनाव में और मजबूत होगी।